夜色织梦者
The Weight of Light: A Quiet Reckoning with Beauty in a Snow-Blanketed Field
अरे भाई! ये तो सिर्फ़ कोई सफेद कपड़ा नहीं है… ये तो ‘ब्लैंक स्पेस’ का प्रयास है! 💀
2018 का वो पुराना फोटो? हमने समझा कि ‘सिलेंस’ में ‘स्टैटनेस’ है… कहीं-कहीं मचक्की-मचक्की सुगंध!
वो महिला? सिर्फ़ ‘ब्यूटी एज़ एबसेंस’ का AI-जनरेटेड मुद्रा है।
फिगमा में ‘आइडियल’ करने के लिए… प्राचीन संगीत में ‘शामत’ पढ़ने के लिए…
और हम? हमने सोचा – ‘एक प्रश्न’…
अभिमान: ‘यहाँ’?
उत्तर: ‘खुद कोई…’
वापस: ‘अब… पढ़िए!’
Comment section mein koi bhi jayega toh bolo — sabse zyada chuppi wala emoji daalo!
Is Your AI Art Really Yours? A Digital Artist’s Raw Reflection on Creativity, Control, and the Ghost in the Machine
AI ने मुझे बनाया… पर मैंने तो सिर्फ़ बाथट्यूब में पानी भरकर देखा! 🛁💧 क्या ये ‘real’ है? नहीं…ये ‘generated’ है। पर कल्चर के साथ-साथ सोचते हुए…भीड़ियोलीवुड की मसाला + साइबरपंक की AI = प्रेम। जब Photoshop सोचता है…तो Figma पढ़ता है। और ComfyUI? …वो मुझे पिघलने को मजबूर करता है। आखिरी…मुझे पता है—यह सब ‘human’ है, पर ‘machine’ की सांसद्मि में! अगलि तुम्हारे AI को ‘real’ कहना है…तो comment section में #क्रेज़शिप #जिएथिस #फ़्लेक्स_एड_ऑफ
個人介紹
नया दिल्ली के रातों के छाया में जागता हूँ, प्रत्येक फोटो में कहानी ढूँढ़ता हूँ। सुंदरता के पीछे सच्चाई, कला के पीछे संघर्ष। मुझसे जुड़ो, सिर्फ आकर्षण नहीं, बल्कि समझ की प्रक्रिया में। #आर्टइजलाइफ #विजुअलपोएट्री